जीवन के संघर्षों के हर दांव पेंच हर जुगत जुगाड़ की सिख दी। जीवन का बने विजेता बेटा ले जीवन के संघर्षों के हर दांव पेंच हर जुगत जुगाड़ की सिख दी। जीवन का बने विजेत...
मां की कमी पिता पूरी नही कर सकता... मां की कमी पिता पूरी नही कर सकता...
शादी के मंडप में बैठी दो दो भाव मन में थे नए जीवन की थी शुरुआत पर अपने थे बिछड़ रह शादी के मंडप में बैठी दो दो भाव मन में थे नए जीवन की थी शुरुआत पर अ...
मैं चला उंगली पकड़कर, भूल कैसे पाऊंगा, कदम जब थकने लगें, आधार मैं बन जाऊंगा, मैं चला उंगली पकड़कर, भूल कैसे पाऊंगा, कदम जब थकने लगें, आधार मैं बन जा...
पिता के पत्र की एक किरण अंतर्मन मे प्रवेश किया पिता के पत्र की एक किरण अंतर्मन मे प्रवेश किया
यनि उर्दू शायरी का पिता, जनाब मिर्जा असादुद्दीन बेग। ग़ालिब बचपन से ही लिखा करते थे, यनि उर्दू शायरी का पिता, जनाब मिर्जा असादुद्दीन बेग। ग़ालिब बचपन से ही लिख...